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बंगाल पंचायत चुनाव: नंदीग्राम में ‘चटाई पर बैठक’ करेगी TMC, शुभेंदु अधिकारी को देगी चुनौती

पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावकी तैयारियां शुरू हो गयी है. साल 2023 में प्रस्तावित पंचायत चुनाव में सभी राजनीतिक पार्टियां अपना दांव चल रही हैं. तृणमूल कांग्रेस पंचायत चुनाव के पहले नंदीग्राम में जनसंपर्क अभियान शुरू किया है. इस जनसंपर्क अभियान ‘चटाई पर बैठक’ का नाम दिया गया है.

 

बता दें कि नंदीग्राम इसके पहले विधानसभा चुनाव में सीएम ममता बनर्जी और बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी के बीच चुनावी घमासान के समय सुर्खियों में आया था. अब पंचायत चुनाव में टीएमसी ने शुभेंदु अधिकारी को उनके गढ़ में मात देने के लिए नयी रणनीति अपनाई है. ‘चटाई पर बैठक’ कार्यक्रम के तहत जनसंपर्क अभियान के बाद सामूहिक रूप से भोजन का भी कार्यक्रम लिया गया है.

‘चटाई पर बैठक’ करेगी टीएमसी, करेगी जनसंपर्क अभियान
बता दें कि भाजपा ने इसके पहले विभिन्न चुनावों के दौरान ‘चाय पर चर्चा’ के नाम से जनसंपर्क अभियान शुरू किया था. अब टीएमसी बीजेपी के हथियार से ही उसे मात देने की तैयारी कर रही है. तृणमूल कांग्रेस के नेता ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस घर-घर जाकर आंगन में चटाई पर बैठकर बैठक करेगी. स्थानीय नेतृत्व के साथ कोलकाता के नेता भी जाएंगे और इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.

तृणमूल इस तरह से समस्या का समाधान करना चाहती है और इसके माध्यम से जनसंपर्क किया जाएगा. तृणमूल का लक्ष्य पंचायत चुनाव में नंदीग्राम जीतना है. इसलिए पंचायत चुनाव से पहले तृणमूल का अभिनव जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू हुआ है. इसका उद्देश्य नंदीग्राम में पार्टी का जनसंपर्क अभियान तेज करना है.

दिलीप घोष ने कसा तंज, कहा- चुनाव के बाद जमीन पर बैठेंगे
इस बैठक में सरकारी कामकाज के बारे में भी जानकारी हासिल की जाएगी. पार्टी को पता नहीं है कि सरकारी परियोजना प्रबंधक अच्छा काम कर रहे हैं या नहीं. इस बैठक के माध्यम से उनके बारे में जानकारी हासिल करेगी. बता दें कि ममता बनर्जी ने कई लोककल्याणकारी योजनाओं का ऐलान किया है और लक्ष्मी भंडार के तहत महिलाओं को पैसा दे रही हैं.

इसके साथ ही स्वास्थ्य साथी कार्ड और सबुज साथी जैसी योजनाएं बनाई गई हैं. नंदीग्राम-1 प्रखंड में 10 पंचायत हैं. 2 प्रखंड में 7 पंचायत हैं. इनमें यह बैठक शुरू की जा रही है. नंदीग्राम में तृणमूल की चटाई बैठक को लेकर दिलीप घोष ने कहा कि नेता कह रहे हैं कि जाते ही वापस जाओ, तो बैठक का संचालन कौन करेगा? अब अभी चटाई पर बैठे हैं, फिर तो उन्हें खाली जमीन पर बैठना है.