2 अक्टूबर 2022 में जन सुराज अभियान (Jan Suraj Campaign) के तहत प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) ने बिहार (Bihar) की पदयात्रा शुरू की थी. तब से अब तक वह बिहार के 17 जिलों की पदयात्रा कर चुके है. लगभग दो साल पहले शुरू हुआ यह अभियान आज से राजनीतिक पार्टी बन जाएगा. जन सुराज से जुड़े लोगों का यह दावा है कि यह दल किसी भी एक व्यक्ति, परिवार, जाति , वर्ग से संबंधित ना होकर सबका होगा. इस दल का मकसद नए बिहार का निर्माण करना है. संगठन ने पूरे बिहार से लोगों को पटना आने का अपील की है, उम्मीद की जा रही है कि बड़ी संख्या में लोग पार्टी के स्थापना पर आएंगे.
जन सुराज अभियान 2022 में शुरू होने से लेकर अब तक लगभग 5000 किलोमीटर का सफर तय कर चुका है. यह यात्रा 17 जिले , 2697 ग्राम सभा, 235 ब्लॉक और 1319 पंचयात से होकर गुजरी है. इतने दिनों के पदयात्रा (Hiking) के बाद इसे राजनीतिक दल (Political Parties) बनाने की घोषणा की गई है. आज के आयोजन में जन सुराज अपने पार्टी के पदाधिकारियों का ऐलान कर सकती है. पीके पहले ही यह बता चुके हैं कि उनके पार्टी का नेतृत्व बारी-बारी से सभी जाति-समुदाय जैसे पिछड़ा-अति पिछड़ा, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक व सवर्ण के लोगों के हाथों में होगा.