आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के बाद से सियासी घमासान मच गया है। पार्टी कार्यकर्ता टीडीपी नेता सड़कों पर जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है। कहीं, सड़कों पर टायर जलाए गए तो कहीं, कार्यकर्ता सड़कों पर बैठकर धरना प्रदर्शन दे रहे हैंं।
पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश को भी अपने पिता की गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए हिरासत में लिया गया हैं। “युवागलम पदयात्रा” कर रहे टीडीपी महासचिव नारा लोकेश अपने पिता की गिरफ्तारी के बाद विरोध में धरने पर बैठ गए थे। पूर्वी गोदावरी जिले में उनके साथ प्रदर्शन कर रहे कई विधायकों को भी हिरासत में लिया गया।
टीडीपी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने नारा लोकेश को उनके पिता से मिलने से रोकने के लिए रोका। नायडू के वकील ने कहा कि वे जमानत के लिए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, नायडू को उच्च रक्तचाप और मधुमेह का पता चला है। टीडीपी ने सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी सरकार पर नायडू को अवैध रूप से गिरफ्तार करने का आरोप लगाया, जब वह बस में आराम कर रहे थे।
पार्टी प्रवक्ता कोम्मारेड्डी पट्टाभिराम ने आरोप लगाया कि राज्य पुलिस और सीआईडी ने शुक्रवार रात से नायडू को अवैध रूप से गिरफ्तार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।
सैकड़ों पुलिस कर्मियों ने उस शिविर स्थल को घेर लिया, जहां नायडू आराम कर रहे थे और उनके साथ सभी नेताओं को अवैध रूप से हिरासत में ले लिया। उन्होंने बताया कि नायडू ने पुलिस से पूछा कि उन्हें किस आधार पर गिरफ्तार किया गया है, लेकिन पुलिस उन्हें कोई जवाब नहीं दे सकी। उन्होंने आरोप लगाया कि लोग जानते हैं कि गिरफ्तारी के पीछे मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी हैं। उन्होंने उन्हें देश का सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री करार दिया।
टीडीपी ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट में अपने सुप्रीमो की गिरफ्तारी की निंदा की। एक पोस्ट में कहा गया, “क्या आप एक पूर्व सीएम को यह बताए बिना गिरफ्तार करेंगे कि उन्हें क्यों गिरफ्तार किया जा रहा है? हम आपके साथ हैं सर..जनता आपका किला है। हम लड़ेंगे। हम जीतेंगे।”