Breaking News

पिता घर-घर सप्लाई करते थे सिलेंडर, बेटे को बनाया क्रिकेटर, अब 379 रन ठोक मचाया धमाल, IPL 2022 ऑक्शन में होगा मालामाल!

विजय हजारे ट्रॉफी 2021 के पहले क्वार्टर फाइनल में यूपी की टीम को हिमाचल प्रदेश ने पांच विकेट से हरा दिया. इसी के साथ यूपी का सफर इस टूर्नामेंट में समाप्त हो गया.
यूपी ने इस सीजन बेहतरीन खेल दिखाया था लेकिन एक गलती ने उसे टूर्नामेंट से बाहर कर दिया. हालांकि यूपी के एक बल्लेबाज ने विजय हजारे ट्रॉफी में बेहतरीन खेल दिखाया. बात हो रही है रिंकू सिंह की जो इस टूर्नामेंट में अपनी टीम के टॉप खिलाड़ी रहे.
बाएं हाथ के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रिंकू सिंह ने विजय हजारे ट्रॉफी में 6 पारियों में 379 रन ठोके. रिंकू सिंह का बल्लेबाजी औसत 94.75 रहा.
बाएं हाथ के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज रिंकू सिंह ने विजय हजारे ट्रॉफी में 6 पारियों में 379 रन ठोके. रिंकू सिंह का बल्लेबाजी औसत 94.75 रहा.
रिंकू सिंह ने टूर्नामेंट में एक शतक और 4 अर्धशतक लगाए. उनके बल्ले से 36 चौके और 6 छक्के निकले. रिंकू सिंह का ये प्रदर्शन उन्हें आईपीएल 2022 के ऑक्शन में काफी फायदा दिला सकता है.
रिंकू सिंह ने टूर्नामेंट में एक शतक और 4 अर्धशतक लगाए. उनके बल्ले से 36 चौके और 6 छक्के निकले. रिंकू सिंह का ये प्रदर्शन उन्हें आईपीएल 2022 के ऑक्शन में काफी फायदा दिला सकता है.
रिंकू सिंह कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले हैं और साल 2018 में इस बल्लेबाज को फ्रेंचाइजी ने 80 लाख रुपये में खरीदा था. हालांकि रिंकू सिंह को ज्यादा मौके नहीं मिले और वो 8 पारियों में 11 की औसत से 77 रन ही बना सके. रिंकू अब फॉर्म में हैं और अगर इन्हें मौका दिया जाए तो अपने दम पर मैच जिताने का टैलेंट भी रखते हैं. आने वाली मेगा ऑक्शन में इस खिलाड़ी को बड़ी कीमत में खरीदा जा सकता है.
रिंकू सिंह कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेले हैं और साल 2018 में इस बल्लेबाज को फ्रेंचाइजी ने 80 लाख रुपये में खरीदा था. हालांकि रिंकू सिंह को ज्यादा मौके नहीं मिले और वो 8 पारियों में 11 की औसत से 77 रन ही बना सके. रिंकू अब फॉर्म में हैं और अगर इन्हें मौका दिया जाए तो अपने दम पर मैच जिताने का टैलेंट भी रखते हैं. आने वाली मेगा ऑक्शन में इस खिलाड़ी को बड़ी कीमत में खरीदा जा सकता है.
बता दें रिंकू सिंह मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं. रिंकू सिंह के पिता सिलेंडर डिलीवरी करते थे और उनके बड़े भाई ऑटो रिक्शा चलाते थे. लेकिन रिंकू सिंह ने अपनी मेहनत के दम पर अपने परिवार को अच्छी जिंदगी दी है. हालांकि रिंकू अभी अपने टैलेंट के दम पर और बुलंदियों को छू सकते हैं.