केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो दिनों के पश्चिम बंगाल दौरे पर हैं. आज वो बांकुरा पहुंच गए हैं. वह यहां बीजेपी संगठन की बैठक में हिस्सा लेने के साथ आदिवासी के घर भोजन करेंगे. माना जा रहा है कि अमित शाह का ये दौरा अगले साल बंगाल में होने वाले चुनाव की तैयारियों की शुरुआत है. गौरतलब है कि बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का प्लेन कोलकाता में लैंड कियाय एयरपोर्ट पर स्वागत के लिए कैलाश विजयवर्गीय जैसे बड़े नेताओं के साथ कार्यकर्ताओं का बड़ा हुजूम मौजूद था. आज गृह मंत्री अमित शाह हेलिकॉप्टर से बांकुरा पहुंचा. वहां से सड़क मार्ग से वो पुआबागान पहुंचे, जहां उन्होंने बिरसा मुंडा की मूर्ति पर माल्यार्पण किया.
दो-तिहाई बहुमत से बनेगी बीजेपी सरकार इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता सरकार के खिलाफ भयंकर जनाक्रोश है. जिस प्रकार का दमन चक्र बीजेपी कार्यकर्ताओं के ऊपर ममता सरकार ने चलाया है. मैं निश्चित रूप से देख रहा हूं कि ममता सरकार का मृत्युघंट बज चुका है. आने वाले दिनों में यहां बीजेपी की दो-तिहाई बहुमत की सरकार बननी जा रही है. आदिवासी परिवार के यहां खाना खाएंगे अमित शाह इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बांकुरा के रवींद्र भवन में संगठन की बैठक में हिस्सा लेंगे. बैठक के बाद गृह मंत्री चतुर्डिही गांव रवाना होंगे. गांव में अमित शाह एक आदिवासी परिवार के यहां भोजन करेंगे. चुर्तडिह गांव में अमित शाह के स्वागत की जोरदार तैयारी की गई है. रात तक अमित शाह बांकुरा से वापस कोलकाता लौटेंगे.
शुक्रवार को गृह मंत्री कोलकाता में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. शुक्रवार को कोलकाता में अमित शाह के कार्यक्रमों की शुरुआत दक्षिणेश्वर मंदिर से होगी, जिसके बाद वो एक और सांगठनिक बैठक में शामिल होंगे. अमित शाह दोपहर का भोजन न्यूटन इलाके में नबीन विस्वास के घर करेंगे. नबीन विस्वास मटुआ समुदाय से आते हैं. नबीन बिस्वास के घर अमित शाह के स्वागत की तैयारियां जोरों पर हैं. परिवार के सदस्यों का कोरोना टेस्ट करवा लिया गया है और खाने का मेनू फाइनल हो चुका है. दोपहर के भोजन में अमित शाह को चावल और रोटी के साथ मूंग दाल ,पनीर और चटनी परोसा जाएगा. कोलकाता के न्यूटन इलाके में अमित शाह मटुआ समुदाय के मंदिर में भी जाएंगे. दरअसल, अमित शाह का ये दौरा पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी मानी जा रही है. कहा जा रहा है कि इस दौरे से अमित शाह का लक्ष्य समाज के विशिष्ट लोगों के साथ-साथ आदिवासी समाज के लोगों को भी बीजेपी से जोड़ना है.