चीन अपनी विस्तारवादी नीति (expansionist policy) को लगातार आगे बढ़ा रहा है। भारत (India) के खिलाफ चीन (China) अपनी चालबाजी दिखाने से बाज नहीं आता है। पिछले कई महीनों से लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन भारत के साथ तनाव जारी रखे हुए है।
दोकलाम में चीन की नई हरकत का खुलासा उपग्रह से ली गई तस्वीरों से हुआ है। चीन की घुसपैठ (Chinese Infiltration)का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन, चीन की इस घुसपैठ की यह कहानी अरुणाचल-भूटान बॉर्डर से सामने आई हैं। यहां के डोकलाम (Doklam) में बीते दिनों चीनी घुसपैठ के बाद ड्रैगन की तरफ से गांव बसाने की जानकारी सामने आई थी। अब इस मामले में नया खुलासा हुआ है. इस गांव को लेकर नई सैटेलाइट तस्वीरें जारी हुई हैं।
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन दोकलाम पहाड़ी के पास नया गांव बसा रहा है। अरुणाचल-भूटान बॉर्डर के पास दोकलाम में बीते दिनों चीनी घुसपैठ के बाद चीन की तरफ से गांव बसाने की जानकारी सामने आई थी। अब भूटान की ओर दोकलाम पहाड़ी के पूर्व में चीन के एक गांव के निर्माण का संकेत देने वाली नई उपग्रह तस्वीरें मंगलवार को सामने आई हैं। इस क्षेत्र को भारत के रणनीतिक हित के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
नई सैटेलाइट तस्वीरों से संकेत मिला है कि चीन अमो चू नदी घाटी में भी दूसरा गांव बसा रहा है, जो अब लगभग पूरा हो गया है। वहीं चीन ने दक्षिण क्षेत्र में तीसरे गांव के निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। तस्वीरों में छह इमारतों की नींव भी दिखाई दे रही है। इसके अलावा कई दूसरे निर्माण के लिए भी काम तेजी से चल रहा है।अमेरिकी कंपनी मेक्सर द्वारा खींची गई तस्वीरों को साझा किया गया है। मेक्सर अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में खुफिया मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करती है। इसने कहा कि गांव में हर घर के दरवाजे पर एक कार खड़ी नजर आ रही है। गांव के बगल में एक साफ-सुथरा हर मौसम में खुला रहने वाला सड़क बनाया गया है, जो भूटान में चीन की “व्यापक भूमि हड़पने” का हिस्सा है। यह सड़क चीन को दोकलाम क्षेत्र में रणनीतिक ऊंचाई तक पहुंच प्रदान कर सकती है। हालांकि सैटेलाइट से मिली नई तस्वीरों पर सेना की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
बता दें कि चीन पूर्वी लद्दाख में भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) सहित कई संवेदनशील स्थानों पर सीमा के बुनियादी ढांचे को बढ़ा रहा है, जहां चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) और भारतीय सेना के बीच दो साल से अधिक समय से गतिरोध कायम है। पिछले साल अक्तूबर में, भूटान और चीन ने अपने बढ़ते सीमा विवाद को हल करने के लिए बातचीत में तेजी लाने के लिए “थ्री स्टेप रोडमैप” के एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। भूटान चीन के साथ 400 किलोमीटर से अधिक लंबी सीमा साझा करता है और दोनों देशों ने विवाद को सुलझाने के लिए अबतक 24 दौर की सीमा वार्ता की है।
दूसरी तरफ चीन की विस्तारवादी नीति का शिकार नेपाल भी हो रहा है। नेपाल के सीमावर्ती इलाके में बाड़ लगाकर चीन जमीन कब्जा करने में लगा है। इसके खिलाफ नेपाली नागरिक संगठन आवाज भी उठा रहे हैं।