महाराष्ट्र में धान की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. राज्य सरकार ने धान की खेती करने वाले किसानों को बोनस देने का फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश सरकार 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर किसानों को बोनस देगी. वहीं, इस खबर से किसानों के बीच खुशी की लहर है. खास कर सीमांत किसानों का कहना है कि सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर किसानों के हित में बहुत ही अच्छा फैसला लिया है. बोनस की रकम से छोटे किसान समय पर जरूरत के हिसाब से उर्वरक खरीद सकेंगे. ऐसे में उनकी अगले कृषि सीजन में फसल भी अच्छी होगी.
जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में भाषण के दौरान यह निर्णय लिया है. उन्होंने ऐलान किया है कि प्रदेश सरकार का यह कदम किसानों के हित में लिया गया है. इससे प्रदेश के करीब पांच लाख किसानों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 2 हेक्टेयर तक के धान पर 15 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर बोनस देने का निर्णय लिया है. इस दौरान उन्होंने राज्य आर्थिक सलाहकार परिषद के गठन करने की घोषणा भी की. यह परिषद महाराष्ट्र को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. टाटा संस के अध्यक्ष एन. चंद्रशेखरन इस परिषद का नेतृत्व करेंगे.
इस तरह का ऐलान किसानों को राहत देगा
बता दें कि महाराष्ट्र में इस साल अगस्त और अक्टूबर महीने में भारी बारिश हुई थी. इससे हजारों एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद हो गई थी. कई किसानों ने कर्ज में डूबे होने के कारण आत्महत्या कर ली थी. लेकिन अब सरकार द्वारा इस तरह का ऐलान किसानों को राहत देगा.
6255 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया था
बता दें कि पिछले महीने कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा था कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमा कंपनियों ने 16 लाख 86 हजार 786 किसानों को 6255 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया है. हालांकि, शेष नुकसान प्रभावित किसानों को 1644 करोड़ रुपये की राशि तत्काल जमा की जाएगी. सरकार का दावा था कि फसल बीमा का भुगतान करने वाला कोई भी किसान इस लाभ से वंचित नहीं रहेगा. तब कृषि मंत्री ने बीमा कंपनियों के अधिकारियों से खरीफ-2022 सीजन के लिए किसानों से बीमा कंपनियों को प्राप्त सूचनाओं, पूर्ण अधिसूचनाओं की संख्या, लंबित अधिसूचनाओं की संख्या व निर्धारित मुआवजा के संबंध में जानकारी ली थी.