तमाम अटकलों और सियासी संकट के बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने यह इस्तीफा राज्यपाल को सौंपा। इससे पहले कांग्रेस आलाकमान के उनसे इस्तीफा देने का निर्देश दिए जाने से कैप्टन सिंह ने दो टूक शब्दों में कहा कि मुझसे बिना पूछे पार्टी विधायक दल की बैठक बुलाया जाना और उनसे इस्तीफा मांगने की बात वो कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे, क्योंकि यह उनका सरासर अपमान है ।
वह लंबे समय से अपमान झेलते आ रहे हैं। अब पानी सिर से उतर चुका है। पार्टी हाईकमान ने पंजाब संकट को कभी गंभीरता से नहीं लिया जिसके कारण यह बढ़ता गया और इसका पार्टी की जीत की संभावनाओं पर असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में उनकी अगुवाई में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ आई और विपरीत राजनीतिक हालात में वो सरकार को यहां तक लेकर आये और अब चुनाव के निकट आते ऐसे हालात पैदा हो गए, जिनमें काम करना आसान नहीं था। वह पहले ही कह चुके हैं कि वो अपने बल पर कांग्रेस की सत्ता में वापसी करायेंगे लेकिन मुझसे और अपमान बर्दाश्त नहीं होता ।