उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव में एक महीने से भी कम का वक्त बचा है. ऐसे में कई नेता अब तक बीजेपी का साथ छोड़कर जा चुके हैं. सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के इस्तीफे ने बीजेपी में हड़कंप मचाकर रखा है. स्वामी प्रसाद के इस्तीफे को लेकर केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर (Union Minister Kaushal Kishor) ने कहा कि स्वामी प्रसाद आखिर क्यों 5 साल चुप बैठे रहे. उन्होंने कहा कि वो जानते थे कि उनकी टिकट कटने वाली है इसलिए भागकर सपा में चले गए. कौशल ने कहा कि उनका रिपोर्ट कार्ड खराब था और टिकट कटने का उन्हें डर था इसलिए वो पार्टी छोड़ भाग गए.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं खुद दलित समाज से हूँ. और सारी सच्चाई जानता हूँ. उन्होंने कहा मैंने एक शिकायत की थी. मुख्यमंत्री ने तुरंत संज्ञान लेकर उसका निदान किया था. उन्होंने कहा कि सच ये है कि दलित जनता जानती है कि उसकी भलाई सिर्फ बीजेपी में है. कौशन ने कहा कि इन नेताओं के साथ दलित और पिछड़ा समाज आज नहीं है.
अपना दल विधायक ने भी दिया इस्तीफा
बीजेपी के सहयोगी अपना दल के विधायक चौधरी अमर सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद उन्होंने बताया कि वह समर्थकों के साथ शुक्रवार को सपा की सदस्यता लेंगे. जल्द ही पार्टी के कई विधायक भी इस्तीफा देकर सपा की सदस्यता लेंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि साढ़े चार साल से अपमान झेल रहे थे.