मध्य प्रदेश के श्योपुर से कांग्रेस के विधायक बाबू जंडेल की की ओर से 20 अक्टूबर को एक प्रदर्शन के दौरान संविधान पर दिए गए विवादित बयान को लेकर अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई है. श्योपुर कोतवाली पुलिस ने विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. अपने अजब गजब बयानों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहने वाले एमपी के श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबू जंडेल के खिलाफ श्योपुर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है.
बाबू जंडेल ने 20 अक्टूम्बर को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के दौरान भारतीय संविधान को लेकर विवादित बयान दिया था. इस मामले में श्योपुर से लेकर भोपाल तक बवाल मचने के बाद आखिरकार सिटी कोतवाली पुलिस ने राष्ट्र गौरव अपमान अधिनियम की धारा 2 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है. विधायक बाबू जंडेल ने बारिश के चलते बर्बाद हुई फसलों के मुआवजे की मांग को लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान कहा था कि अगस्त माह में आई बाढ़ आपदा में जमकर गड़बड़ी हुई है और इसमे बीजेपी के नेताओं ने भी अधिकारियों के साथ मिलकर दलाली की है. बाबू जंडेल ने कहा था कि जब तक उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी वे चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने कहा था कि संविधान की प्रतियों को मुख्यमंत्री के सामने जलाकर विधानसभा मे फेंक दूंगा.
संविधान की प्रतियों को जलाकर फेंकने से संबंधित बयान को लेकर सियासी घमासान मच गया. इस बयान के बाद मचे बवाल को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने भी कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर बयान पर आक्रोश जता कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था. बता दें कि विधायक बाबू जंडेल पिछले दिनों बाढ़ के मुद्दे को लेकर विधानसभा में कुर्ता फाड़ प्रदर्शन कर खूब चर्चा बटोर चुके हैं. पिछले दिनों बाढ़ पीड़ितों के बीच तहसीलदार को फटकार लगाने के साथ ही वे बिजली अफसरों को बिजली के खंभे से चिपका देने जैसे बयान दे चुके हैं. विधायक बाबू जंडेल के संविधान को लेकर विवादित बयान को लेकर उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं.