17वीं वरीयता प्राप्त एलेना रयबकिना (Elena Rybakina) ने महिला एकल के फाइनल में दुनिया की नंबर दो खिलाड़ी ओन्स जबूर (ons jaboor) को हराकर अपना पहला विंबलडन खिताब (first Wimbledon title) जीत लिया है। रयबकिना ने लगभग दो घंटे से ज्यादा चले मुकाबले में 3-6, 6-2, 6-2 से जीत दर्ज की। इसके साथ ही वह ग्रास कोर्ट स्लैम जीतने वाली कजाकिस्तान की पहली खिलाड़ी बन गई हैं। 23 वर्षीय रयबकिना 2011 के बाद से विंबलडन जीतने वाली सबसे युवा महिला बन गई हैं।
उन्होंने दूसरे दौर में कनाडा की बियांका एंड्रीस्कु को 6-4, 7-6(5) से हराया। तीसरे दौर में रयबाकिना ने चीन की किनवेन झेंग को सीधे सेटों में 7-6(4), 7-5 से हराया। वहीं राउंड ऑफ-16 में पेट्रा मार्टिक को 7-5, 6-3 से मात दी। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में अजला टोमलजानोविक को 4-6, 6-2, 6-3 से मात दी। सेमीफाइनल मुकाबले में उन्होंने सिमोना हालेप के खिलाफ जीत दर्ज की।
रायबकिना ने बनाए ये कीर्तिमान
वह 2015 में गार्बाइन मुगुरुजा (21 साल की उम्र में) के बाद विंबलडन के फाइनल में पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की फाइनलिस्ट बन गईं थी। ऑप्टा के अनुसार, रायबकिना 1984 के बाद से ग्रास-कोर्ट स्लैम के फाइनल में पहुंचने वाली चौथी सबसे निचली रैंक वाली (23वीं) महिला खिलाड़ी बनी हैं। वह केवल 2018 में सेरेना विलियम्स (181वें), 2007 में वीनस विलियम्स (31वें) और 2013 में सबाइन लिसिकी (24वें) से पीछे हैं।