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एसआईटी ने चुनाव आयोग को सौंपी सारण हिंसा की रिपोर्ट, तीन अफसरों पर गिर सकती है गाज

सारण संसदीय क्षेत्र (Saran) में चुनाव बाद भड़की हिंसा मामले (violence cases) की जांच रिपोर्ट चुनाव आयोग (election Commission) को सौंप दी गई है। शनिवार को छठे चरण के मतदान के बाद आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने कहा कि अभी इसका अध्ययन किया जा रहा है। प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आयुक्त और डीआईजी ने इस मामले की अपनी स्तर से जांच की थी।

जांच में घटना के दिन से लेकर इस मामले में की गई कार्रवाई तक का उल्लेख किया गया है। इस दौरान किससे क्या चूक हुई इस पर भी फोकस किया गया है। रिपोर्ट में प्रशासन व अन्य लोगों के द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी के मामले में भी कई तथ्यों का उल्लेख है। बताया जाता है कि कमिश्नर और डीआईजी की इस रिपोर्ट के बाद वरीय अधिकारी से लेकर तीन अन्य अफसर पर भी करवाई की गाज गिर सकती है। अब आयोग की कार्रवाई पर ही सबकी निगाह टिकी है।

आपको बता दें छपरा में 20 मई को मतदान के बाद अगले दिन सुबह हिंसक झड़प में एक आरजेडी समर्थक की गोली लगने से मौत हो गई थी। वहीं, दो अन्य लोग घायल हो गए थे। सारण लोकसभा सीट से आरजेडी प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के एक पोलिंग बूथ पर बार-बार जाने से यह विवाद उठा था। दोनों पक्षों की ओर से पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। हालात तो देखते हुए सारण में दो दिन इंटरनेट भी बैन किया गया था।

वहीं आरजेडी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी की सुरक्षा में तैनात एक और सिपाही को निलंबित कर दिया गया था। इन दोनों सिपाहियों पर 20 मई को सारण लोकसभा सीट पर मतदान के दौरान आरजेडी प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के साथ घूमने का आरोप है। वहीं घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो की जांच के बाद वैशाली जिला एसपी हर किशोर राय ने निलंबन की कार्रवाई की।

आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में पूर्व एमएलसी और राजद के स्टार प्रचारक भोला राय के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। वहीं सारण लोकसभा सीट से आरजेडी प्रत्याशी और लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को भी अभियुक्त बनाया गया है।