उत्तर प्रदेश की मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार रघुराज शाक्य ने शिवपाल यादव को अपना राजनीतिक गुरु बताया. रघुराज शाक्य ने कहा कि वे जल्द ही प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लेंगे. रघुराज शाक्य शिवपाल यादव के करीबी माने जाते हैं. लेकिन इस साल यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले वे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे. रघुराज शाक्य इससे पहले सपा में थे. लेकिन शिवपाल यादव द्वारा प्रसपा के गठन के बाद वे उनके साथ आ गए थे.
इस दौरान रघुराज शाक्य ने मैनपुरी से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव पर भी निशाना साधा. रघुराज शाक्य ने पूछा, क्या उनसे कोई मिल सकता है? उनसे मिलने के लिए आपको पहले आवेदन करना होगा, इसके बाद सुरक्षाकर्मियों के घेरे से गुजरना होगा. रघुराज शाक्य ने कहा कि मैं किसान का बेटा हूं. मुझे कोई भी सड़क पर रोक कर मिल सकता है. मैं हमेशा सभी के लिए मौजूद हूं. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी लोकसभा सीट खाली हुई है. इस सीट पर 5 दिसंबर को मतदान होना है. 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे. समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी सीट से डिंपल यादव को उतारा है. वहीं, बीजेपी ने इस सीट पर सपा से प्रसपा और फिर बीजेपी में आए रघुराज शाक्य को मैदान में उतारा है.
आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा में जीत के बाद अब बीजेपी की निगाहें सपा के गढ़ मैनपुरी में सेंध लगाने की है. रघुराज सिंह शाक्य ने अपना सियासी सफर समाजवादी पार्टी से शुरू किया था. छात्र जीवन में रघुराज सिंह शाक्य लोहिया वाहिनी के कार्यकर्ता हुआ करते थे और समाजवादी पार्टी के लिए काम करते थे. साल 2022 विधानसभा चुनाव में सपा और प्रसपा ने गठबंधन किया था. लेकिन विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से जब टिकट नहीं मिला तो रघुराज सिंह शाक्य बीजेपी में शामिल हो गए. रघुराज सिंह शाक्य 1999 और 2004 में सपा के टिकट पर सांसद भी रह चुके हैं. 2012 में सपा के टिकट पर इटावा सदर सीट से विधानसभा में चुनकर विधायक भी बने थे.