अगर आप लंबे समय से अपने बच्चे के लिए सुयोग्य जीवनसाथी की तलाश कर रहे हैं और बात बनते-बनते आखिरी क्षण पर बिगड़ जाती है तो इसकी वजह कुंडली के कुछ दोष भी हो सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली की तमाम स्थितियां विवाह में अकारण ही अड़चनें पैदा करती हैं. ऐसे में कुछ उपाय आपकी समस्या को खत्म करने में कारगर साबित हो सकते हैं.
1- हर रोज स्नान करते समय पानी में चुटकीभर हल्दी डाल लें. इससे गुरू ग्रह मजबूत होता है और विवाह संबन्धी कई विघ्न दूर होते हैं.
2- घर के बाहर किसी स्थान पर केले का पौधा लगाएं. इसमें रोजाना पानी दें और सेवा करें. साथ ही गुरूवार के दिन इस पेड़ की पूजा करें.
3- शिवजी और माता पार्वती की भी पूजा करें. शिवलिंग को थोड़ा सा दूध चढ़ाकर बाकी बचे दूध को किसी गरीब को दान कर दें. लड़कियां इसके अलावा माता को सुहाग का सामान जरूर चढ़ाएं. इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं और अगर शादीशुदा महिलाएं ऐसा करें तो उनके वैवाहिक जीवन के विध्न दूर होते हैं.
4- भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करने से शीघ्र विवाह के योग बनते हैं, साथ ही जीवन सुखमय गुजरता है. हर गुरुवार को गाय को आटे में हल्दी, गुड़ और चने डालकर लोई खिलाएं.
5- गुरुवार के दिन स्टील के लोटे में जल लेकर उसमें चुटकीभर हल्दी डालें. आधा जल केले के पेड़ पर और आधा पीपल पर चढ़ाएं. इसके साथ ही ओम बृहस्पतये नमः का जाप करते हुए शीघ्र विवाह की प्रार्थना करें.
6- किसी भी कन्या के विवाह में अपनी सामर्थ्य के अनुसार मदद करें. संभव हो तो गुप्त दान करें. इससे परिवार के सभी सदस्यों के जीवन की तमाम अड़चनें समाप्त होती हैं.
7- हर शनिवार को शिवजी पर काले तिल चढ़ाएं, इससे शनि की बाधा समाप्त होती है और विवाह का योग बनता है.
रोजाना ब्रह्ममुहूर्त में सूर्य को जल चढ़ाएं.
ये हो सकती है विवाह में देरी की वजह –कुंडली में गुरू की कमजोरी या शत्रु ग्रहों के साथ युति –कुंडली में मांगलिक दोष –पितृ दोष या वास्तु दोष –विवाह का योग न होना।