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आतंकियों ने की कश्मीरी TV एक्ट्रेस की हत्या, 10 साल के भतीजे को भी लगी गोली

कश्मीर (Kashmir) में टीवी में काम करने वाली एक एक्ट्रेस (TV actress) को आतंकवादियों (terrorists) ने निशाना बनाया है। महिला के साथ उनका 10 साल का भतीजा (10 year old nephew) भी था. वह भी गोली का शिकार हुआ है लेकिन उसका इलाज चल रहा है। यह घटना मध्य कश्मीर के बड़गांव (Badgam) जिले चादूरा इलाके के हिशरू का है. टेलीविजन एक्टर की पहचान अंबरीन भट्ट (Ambreen Bhatt) के रूप में की गई है. आमरीन जब अपने घर से बाहर निकल रही थी, तभी शाम के 8 बजे के करीब आतंकवादियों ने उनपर गोली बरसा दी. उनके साथ उनका भतीजा भी था जिसके हाथ में गोली लगी. भतीजा का हालत स्थिर बताया जा रहा है।

दोषियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान
गोली लगने के बाद अंबरीन को पास के अस्पताल में ले जाया गया लेकिन वे बुरी तरह जख्मी हो गई थी. उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. कश्मीर पुलिस का कहना है कि लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकवादियों का इस घटना के पीछे हाथ है. पुलिस ने चारों तरफ से इलाके को घेर लिया है और दोषियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया है. कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर बताया है कि शाम के 7.55 बजे आतंकवादियों ने खजीर मोहम्मद भट्ट के बेटी अंबरीन भट्ट को घर के सामने ही गोली मार दी. जख्मी हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इस घटना में लश्कर ए तैयबा के तीन आतंकी शामिल हैं. उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान जारी है।

उमर अब्दुल्लाह ने कड़ी निंदा की
एक दिन पहले ही आतंकवादियों ने श्रीनगर के अंचार इलाके में एक पुलिस कांस्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी थी. कांस्टेबल की पहचान सैफुल्लाह कादरी के रूप में हुई है. इस हमले में उनकी एक सात साल की बेटी भी घायल है. जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने अंबरीन भट्ट की हत्या की कड़ी निंदा की है। उन्होंने ट्वीट किया, अंबरीन भट पर जानलेवा आतंकवादी हमले से स्तब्ध और सदमे में हूं. दुख की बात है कि हमले में अंबरीन की जान चली गई और उसका भतीजा घायल हो गया. निर्दोष महिलाओं और बच्चों पर इस तरह के कायराना हमले को किसी भी हाल में जायज नहीं ठहराया जा सकता. अल्लाह उन्हें जन्नत नसीब दें. उन्होंने आगे लिखा, उनका भतीजा सिर्फ 10 साल का है. कल एक पुलिस कांस्टेबल की बेटी को आतंकियों ने घायल कर दिया और आज 10 साल के एक बच्चे को. कैसे कोई इस हमले को जायज ठहरा सकता हैं?