उत्तर प्रदेश में अब विधानसभा चुनाव होने वाले हैं जिसको लेकर हर पार्टी अपना जोर लगा रही है। वहीं अब तारीख नजदीक आते आते जोरदार ‘चुनावी संग्राम’ शुरू हो गया है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मंगलवार को कानपुर से ‘विजय रथ यात्रा की शुरुआत कर दी है।’ इस अवसर पर उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आने वाले चुनाव में ‘बाबा मुख्यमंत्री’ और उनका ‘बुल-बुलडोजर’ दोनों ही नहीं रहेंगे।
अखिलेश यादव ने ‘बुल-बुलडोजर’ कहकर खुले घूमने वाले सांड़ों के लिए टिप्पणी की। साथ ही योगी सरकार में अवैध संपत्तियों के ढहाने के मिशन को लेकर अखिलेश ने सीएम पर निशाना साधा। उन्होंने आगे कहा, ‘ये जो सरकार चल रही है, ये जो हमारे बाबा मुख्यमंत्री हैं…ये बाबा मुख्यमंत्री अकेले नहीं जाएंगे, इनके साथ बुल भी चला जाएगा और बुलडोजर भी चला जाएगा। जो बाबा सीएम बुलडोजर लेकर घूम रहे हैं।’ पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की रथ यात्रा का पहला स्टॉप कानपुर के घाटमपुर में था।
पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने किसानों को कुचल दिया है। 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर उन्होंने कहा, ‘यदि यह सरकार यूपी में फिर वापस आई तो संविधान को भी कुचल देगी। इसीलिए यह रथ यात्रा निकाली गई है जिससे लोग इस सरकार को उठाकर बाहर फेंक सकें। यह रथ यात्रा किसानों के अधिकार दिलाने की यात्रा है।’
उन्होंने बिना नाम लिए पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए अखिलेश ने कहा, उनकी पार्टी ने बड़े-बड़े दावे किए मगर अब तक न तो गंगा ही साफ हो सकी हैं और न ही उनकी सहायक नदियां। आपको बता दें कि साल 2014 में मोदी ने वाराणसी से अपने चुनाव प्रचार की शुरुआत की थी और उन्होंने ‘मां गंगा’ से आशीर्वाद मांगा था।
अखिलेश ने आगे कहा कि उनकी पार्टी जल्द ही चुनावी घोषणापत्र जारी करेगी। उन्होंने आगे कहा कि यदि यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनी तो वह अपनी पुरानी योजनाओं को फिर से शुरू करेगी। कानपुर में गंगा पुल से अखिलेश यादव ने अपनी रथ यात्रा की शुरुआत की थी।