महाराष्ट्र (Maharashtra) के उपमुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ शिवसेना के प्रमुख एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी कि अगर उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की अगुवाई वाली शिवसेना (UBT) ने उनकी पार्टी शिवसेना (Shiv Sena) और सत्ताधारी महायुति की आलोचना बंद नहीं की तो उद्धव टीम मौजूदा 20 में से केवल दो विधायक ही शेष बचेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना (उबाठा) को करारा जवाब दिया और अब समय आ गया है कि वह आत्ममंथन करे।
शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती पर उन्हें और अपने गुरु आनंद दिघे को श्रद्धांजलि देने के लिए ‘आनंद आश्रम’ के दौरे पर आए पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा उप मुख्यमंत्री ने इतर पत्रकारों से बातचीत में यह भी कहा कि अन्य राज्यों में भी शिवसेना की मांग बढ़ रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले दिन से ही विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए), खासकर शिवसेना (उबाठा) मेरी और महायुति की आलोचना कर रही है, लेकिन कुछ भी काम नहीं आया और राज्य के नागरिकों ने उन्हें करारा जवाब दिया तथा उन्हें उनकी जगह दिखा दी। अगर ऐसा ही रहा तो वे 20 में से 0 (शून्य) खो देंगे और दो शेष रह जाएगा।’’ शिंदे ने कहा, “अब समय आ गया है कि वे आत्मचिंतन और आत्ममंथन करें।”
एकनाथ शिंदे ने कहा, “हाल के दिनों में विपक्षी दलों, खासकर शिवसेना (यूबीटी) के कई कार्यकर्ता और नेता हमारी शिवसेना में शामिल हुए हैं और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।” उन्होंने कहा, “दूसरे राज्यों से भी कुछ कार्यकर्ता और नेता शिवसेना में शामिल हुए हैं और कुछ अन्य राज्यों में भी शिवसेना की मांग बढ़ रही है। शिवसेना बढ़ रही है…आने वाले दिनों में यह अन्य राज्यों में भी अपनी शाखाएं खोलेगी।”
बता दें कि पिछले साल नवंबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में भाजपा, शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) के महायुति गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी। भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, शिवसेना ने 57 और एनसीपी ने 41 सीटें जीतीं। दूसरी तरफ विपक्षी महाविकास अगाड़ी में शिवसेना (यूबीटी) ने 20 सीटें, कांग्रेस ने 16 और एनसीपी (शरद पवार) ने 10 सीटें जीतीं।
शिंदे ने कहा कि पिछले साल की तरह इस साल भी बाल ठाकरे की जयंती बड़े पैमाने पर मनाई जा रही है। उन्होंने कहा, “हम अगले साल उनकी जन्म शताब्दी मनाएंगे।” उन्होंने कहा, “शिवसेना ने बालासाहेब ठाकरे के सिद्धांतों और आनंद दिघे की शिक्षाओं से कभी समझौता नहीं किया है और न ही कभी करेगी। यही कारण है कि कार्यकर्ता शिवसेना को प्राथमिकता देते हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए कार्यक्रमों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि शिवसेना की युवा शाखा ने आने वाले दिनों में कॉलेजों में कई कार्यक्रमों की योजना बनाई है और यह राज्य के हर घर तक पहुंचकर लोगों को महायुति सरकार द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताएगी।