रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का खतरा लगातार बना हुआ है। रूसी सैनिकों को यूक्रेन में मनचाही सफलता नहीं मिली है। इस बीच अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने आशंका जताई है कि पुतिन यूक्रेन में हल्के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं। सीआईए निदेशक विलियम बर्न्स ने कहा, “रूसी सेना को यूक्रेन में कई तरह के सेटबैक मिले हैं। इससे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रूसी नेतृत्व में गहरी निराशा है। इस हालात में रूस यूक्रेन पर टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन्स का इस्तेमाल कर सकता है। हम इसे हल्के में नहीं ले सकते हैं।”
बर्न्स ने कहा, “हम स्पष्ट रूप से बहुत चिंतित हैं। मुझे पता है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन तीसरे विश्व युद्ध से बचने को लेकर काफी चिंतित हैं। आपको पता है कि मौजूदा हालात में परमाणु संघर्ष संभव है। युद्ध में जिस तरह से रूसी सेना आए दिन कमजोर पड़ता जी रही है, उसी तरह से परमाणु हथियारों को लेकर खतरा भी बढ़ता जा रहा है।” वहीं, काला सागर में तैनात रूसी युद्ध बेड़े को गुरुवार को उस वक्त बड़ा नुकसान हुआ जब एक युद्धपोत बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसके चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित नीचे उतरना पड़ा। यूक्रेन के अधिकारियों ने बताया कि उनकी सेना ने युद्धपोत पर मिसाइल से हमला किया था, लेकिन रूस का कहना है कि युद्धपोत मोस्कवा आग लगने से क्षतिग्रस्त हुआ है, उसपर कोई हमला नहीं हुआ।
रूसी प्राधिकारियों ने यूक्रेनी सेना पर यूक्रेन की सीमा से लगते रूस के ब्रायांस्क क्षेत्र में हवाई हमले करने का आरोप लगाया है। रूस की जांच समिति ने आरोप लगाया कि यूक्रेन के दो सैन्य हेलीकॉप्टर गुरुवार को रूस के हवाई क्षेत्र में घुसे। उन्होंने रूसी सीमा से करीब 11 किलोमीटर दूर क्लिमोवो गांव में रिहायशी इमारतों पर कम से कम छह हवाई हमले किए। उसने बताया कि गांव में कम से कम छह मकान क्षतिग्रस्त हुए और एक शिशु समेत सात लोगों को चोटें आई हैं।