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वाजे के लिए 5 स्टार होटल में जूलर ने इतने लाख रुपये में बुक किया था 100 दिनों के लिए कमरा

उद्योगपति अनिल अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिले विस्फोटक मामले में गिरफ्तार मुंबई पुलिस के एसिंस्टेंट इंस्पेक्टर सचिन वाजे (Sachin Waje) के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (National Investigation Bureau) ने जांच चल रही है। इससे पहले सोमवार को एनआईए की टीम दक्षिण मुंबई स्थित एक फाइव स्टार होटल पहुंची थी। एनआईए की जांच में खुलासा हुआ है कि वाजे पहचान के रूप में यहां फर्जी आधार कार्ड (Fake Aadhar Card) दिखाकर रह रहा था। जानकारी के अनुसार होटल के बिल का भुगतान एक जूलर ने किया था। साथ ही एनआईए ने सचिन वाजे से जुड़े कई दस्तावेजों की जांच की है।

जानकारी मिली है कि वाजे मुंबई के फाइव स्टार ट्राइडेंट होटल में ठहरा था। वाजे ने होटल में 100 दिनों के लिए कमरा बुक किया था। इस रूम के पैसे का भुगतान एक जूलर ने किया था। मिली जानकारी के मुताबिक, वह झावेरी बाजार में एक बड़ा जौहरी कारोबारी है। जूलर्स ने होटल के किराए के रूप में 100 दिनों के लिए 25 लाख रुपये दिए गए थे। होटल ट्राइडेंट से जानकारी मिली है कि सचिन वाजे वहां एक फर्जी आधार कार्ड दिखाकर रह रहा था। उसके पास से सुशांत सदाशिव खामकर के नाम का फर्जी आधार कार्ड भी बरामद किया है। सचिन वाजे ने होटल ट्राइडेंट में कई लोगों से मुलाकात की थी।

एनआईए के सूत्रों से मिली जानकारी में, बर्खास्त पुलिस अधिकारी मुंबई के फाइव स्टार होटल में फर्जी आधार कार्ड दिखाकर रहा था। मिली रिपोर्ट के मुताबिक, वाजे ने होटल में 16 से 20 फरवरी के बीच होटल कमरा बुक किया था। केवल यही नहीं होटल के सीसीटीवी फुटेज में सचिन वाजे को हाथ में 5 बैग रखे हुए भी देखा गया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि इन तारीखों के दौरान सचिन वाजे जांच टीम का हिस्सा था। NIA को होटल के रूम से कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। हालांकि, अभी तक यह क्लियर नहीं हुआ है कि इन कागजातों में क्या जानकारी मौजूद है। इसमें खास बात है कि सचिन वाजे का नाम सामने आने के बाद मुंबई के कई बड़े पुलिस ऑफिसर्स पर जांच की आंच आने की आशंका बढ़ गई थी। दावा किया जा रहा था कि एनआईए जल्द ही पुलिस के अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकती है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के एटीएस ने मंगलवार को कहा कि बर्खास्त पुलिस अफसर सचिन वाजे कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के केस में ‘प्रमुख आरोपी’ है और उसकी हिरासत मांगने के लिए यहां एनआईए कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। एटीएस प्रमुख जयजीत सिंह ने बताया कि इस केस में और भी लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं।

मुंबई के एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो में मिले विस्फोटक केस में वाजे को गिरफ्तार किया गया है। बंगले के पास बीती 25 फरवरी को कार बरामद हुई थी। गाड़ी के मालिक मनसुख हिरेन की कुछ दिनों बाद लाश मिली थी। हिरेन की मौत के केस में भी सचिन वाजे का नाम आया था। इसी के बाद उन्हें विस्फोटक से लदी गाड़ी को मौके तक पहुंचाने के आरोप में 25 मार्च तक के लिए एनआईए की कस्टडी में भेज दिया गया था।

आपको बता दें कि एटीएस ने हिरेन की हत्या के संबंध में दो लोगों एक पूर्व कांस्टेबल विनायक शिंदे और एक सट्टेबाज नरेश गोर को हिरासत में लिया था। एक एनकाउंटर में दोषी शिंदे को पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से जेलों की सजा के दौरान पैरोल पर रिहा कर दिया गया था।