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मौत के बाद भी अतीक अहमद का आतंक, गुर्गों ने फिर मांगी 15 लाख की रंगदारी

उत्‍तरप्रदेश का माफिया अतीक अहमद (ateek Ahmed) और उसके भाई की हत्या को एक महीने से ज्‍यादा का समय बीत चुका है, किन्‍तु उसके गुर्गे आज भी लोगों को धमकी (Threat) देने से बाज नहीं आ रहे हैं। यहां पर एक परिवार से अतीक के गुर्गों ने फिर रंगदारी मांगी है। प्रयागराज (Prayagraj) के चकिया में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां अतीक अहमद के गुर्गों ने एक हिंदू परिवार को धमकाया और 15 लाख की रंगदारी मांगी। रंगदारी की रकम ना देने पर गुर्गों ने मकान कब्‍जा करने की भी धमकी दी।

गुर्गों के धमकी के बाद परिवार अतीक के गुर्गो की धमकी से बेहद डरा हुआ है। परिवार के लोग 4 दिन से घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। पीड़ित परिवार ने सीएम योगी आदित्यनाथ से जान माल की सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता आशा देवी का आरोप है कि अतीक अहमद के गुर्गे 18 मई की रात 8 बजे जबरन उनके घर में घुस आये। अतीक के गुर्गों ने 15 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। रंगदारी न देने पर मकान अपने नाम करने की धमकी दी। जिसका पीड़ित परिवार ने एक मोबाइल से वीडियो भी बनाया है।

पीड़िता आशा देवी का आरोप है कि अतीक के गुर्गों ने पति राकेश कुमार वैश्य और बेटे श्याम जी वैश्य को पिस्टल सटाकर धमकाया और जान से मारने की धमकी दी। इस दौरान उसके पति राकेश कुमार वैश्य को जमीन पर बैठा कर डराया और धमकाया। अतीक के गुर्गों ने परिवार के साथ मारपीट भी

की, हालांकि इस दौरान परिवार के एक सदस्य ने चोरी से घर में जबरन सोफे पर बैठे अतीक के गुर्गों का वीडियो भी बना लिया।
पीड़िता आशा देवी ने धूमनगंज थाने में अतीक के गुर्गे मोहम्मद नबी, मोहम्मद इकराम मोहम्मद और इस्माइल के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। इस मामले में पीड़ित परिवार पुलिस कमिश्नर से भी मिला है और न्याय की गुहार लगाई है।

जानकारी के लिए बता दें कि मुस्लिम बाहुल्य आबादी वाले मोहल्ले में पीड़िता का इकलौता हिंदू परिवार है। राकेश कुमार वैश्य 1964 से यहां सपरिवार रहते हैं। कसारी मसारी मेन रोड पर 409 वर्ग गज का मकान है। जिसकी कीमत तकरीबन 80 लाख से एक करोड़ के बीच है। अतीक अहमद के गुर्गों की नजर इस मकान पर है। अतीक अहमद के गुर्गे नबी अहमद, इस्माइल और इकराम तीनों सगे भाई हैं। नबी अहमद सट्टे के कारोबार से जुड़ा हुआ है और आपराधिक प्रवृत्ति का है। यह गरीबों के मकानों पर कब्जे और रंगदारी का भी काम करता है।

नबी अहमद और उसके भाई चाहते हैं कि हिंदू परिवार को डरा धमका कर भगा दिया जाए और मकान पर जबरन कब्जा कर लिया जाए। पीड़िता आशा देवी के पति राकेश कुमार वैश्य घर के सामने ही शाम को चाट की दुकान लगाते हैं। इसी से परिवार का गुजर-बसर होता है। परिवार में तीन बेटे और एक बेटी है। बड़े बेटे श्याम जी वैश्य की शादी भी हो चुकी है। राकेश कुमार वैश्य के मुताबिक उनके भाई का भी परिवार इसी मकान में रहता है। लेकिन अतीक अहमद के गुर्गों के आतंक से यह परिवार बेहद डरा हुआ है। पीड़ित परिवार ने पुलिस कमिश्नर के साथ ही सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है।