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माघ पूर्णिमा के दिन भूलकर भी न करें ये काम, वरना नाराज होंगे भगवान विष्‍णु, बढ़ेंगे मुश्किलें

आज यानी 05 फरवरी को माघ पूर्णिमा(Magh Purnima) है। वैसे तो हर महीने की पूर्णिमा पूजा-पाठ के दृष्टिकोण से खास मानी जाती है, लेकिन माघ मास की पूर्णिमा का विशेष धार्मिक महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत महत्व माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन देवतागण पृथ्वी लोक पर भ्रमण करने के लिए आते हैं। ऐसे में इस दिन गंगा स्नान (ganga bath) और दान करने से देवगण प्रसन्न होते हैं। लेकिन शास्त्रों में कुछ ऐसे कार्य बताए गए हैं जिन्हें माघ पूर्णिमा के दिन नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि इन कार्यों को करने से जीवन में दरिद्रता (poverty) आ सकती है। चलिए जानते हैं कौन से वे कार्य हैं…

माघ पूर्णिमा पर न करें ये कार्य
माघ पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु (Mother Lakshmi and Lord Vishnu) से जुड़े पौधों जैसे- पीपल, हरऋंगार, आंवला, केला और तुलसी को किसी भी तरह से हानि न पहुंचाएं और न ही उनके पत्ते तोड़ें। ये सभी पेड़ मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु को बेहद प्रिय हैं। ऐसे में इन्हें नुकसान पहुंचाने से लक्ष्मी-नारायण अप्रसन्न हो सकते हैं।

आज के दिन गंगा स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है. अगर आप गंगा स्नान करने नहीं जा सकते तो घर पर ही बाल्टी में पानी भरकर उसमें गंगाजल की बूंदे मिलाकर स्नान कर लें. जो लोग आज के दिन स्नान नहीं करते हैं, उन्हें इसका नुकसान भुगतना पड़ता है.

हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय माना जाता है। कहा जाता है कि गोवंश की सेवा करने से शुभ लाभ की प्राप्ति होती है। इसलिए मान्यता है कि माघ पूर्णिमा समेत किसी भी दिन गायों को न तो कभी दुत्कारना चाहिए और न ही मारना चाहिए। ऐसा करने से जीवन में कष्ट भोगने पड़ जाते हैं।

इस दिन देर तक सोना या दिन में कभी भी सोना गलत माना जाता है। माघ पूर्णिमा के दिन जल्दी जल्दी उठकर स्नान करें और भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का ध्यान लगाएं। सूर्य को अर्घ्य प्रदान करें और जरूरतमंदों को दान दें।

माघ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है। इसलिए संभव हो तो इस दिन गंगा स्नान जरूर करें। वहीं यदि आप गंगा स्नान करने नहीं जा सकते तो घर पर ही बाल्टी में पानी भरकर उसमें गंगाजल की बूंदे मिलाकर स्नान कर लें।

माघ पूर्णिमा (Magh Purnima 2023) पर अपने किसी भी कार्य से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का अनादर न करें. ऐसा करना कष्टों को निमंत्रण देने जैसा होता है. इसलिए कोशिश करें कि आपसे भूल से भी ऐसी गलती न हो.

नोट- उपरोक्‍त दी गई जानकारी व सुझाव सिर्फ सामान्‍य सूचना के उद्देश्‍य से पेश की गई है हम इन पर किसी भी प्रकार का दावा नहीं करते हैं. इन्‍हें अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.