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फिर एक बार ‘हाथरस’ जैसा कांड! नाबालिग की रेप के बाद हत्या, जबरन जलाया शव , SO सस्पेंड

बिहार के मोतिहारी में 15 दिनों पूर्व एक नाबालिग बच्ची की रेप के बाद हत्या कर दी गई. आरोप है कि इस घटना के बाद आरोपियों ने जबरन दबाव डालकर बच्ची का शव केरोसिन व नमक डालकर जलवा दिया. यही नहीं इस मामले की स्थानीय थाने में कई दिनों तक एफआईआर तक नहीं दर्ज की गई. मृतका व उसके परिजन नेपाल के निवासी थे. इस घटना को आरजेडी ने बिहार का ‘हाथरस कांड’ बताया है. मोतिहारी के एसपी ने लिया एक्शन इस घटना के बाद मृत बच्ची के पिता का न्याय की गुहार लगाते एक वीडियो वायरल हो गया. इस वीडियो को देखने के बाद मोतिहारी के एसपी नवीन चंद्र झा ने मामले में एक्शन लेते हुए थानाध्यक्ष को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया और केस की जांच शुरू करवा दी. बता दें कि थानाध्यक्ष व आरोपी के बीच का एक ऑडियो क्लिप वायरल होने और मामले में 11 दिनों तक प्राथमिकी दर्ज नहीं होने से उस पर आरोपियों से मिलीभगत का आरोप लगा था.

उधर, इस मसले पर विपक्षी दल ने कहा है कि ये घटना हाथरस कांड जैसी है. सरकार कानून-व्यवस्था के मामले में फेल हो चुकी है. इस मसले पर आरजेडी ने एक ट्वीट किया है. क्या है मामला दरअसल, मोतिहारी में 15 दिन पहले एक नाबालिग बच्ची की रेप के हत्या कर दी गई थी. मृतका के पिता का न्याय की गुहार लगाते एक वीडियो एसपी नवीन चंद्र झा तक जा पहुंचा. वीडियो की जांच में पता चला कि उक्त वीडियो नेपाल के रहने वाले बहादुर नाम के शख्स से जुड़ा है. जानकारी के मुताबिक, बहादुर मोतिहारी में अपने परिवार के साथ साह नाम के शख्स के मकान में किराये पर रहकर मेहनत मजदूरी करता था.

21 जनवरी को बहादुर व उसकी पत्नी फेरी का काम करने बाहर गए हुए थे. घर पर उसकी 12 वर्षीय बेटी कुमारी अकेली थी. नाबालिग का भाई जब घर आया तो देखा कि उसकी बहन लहूलुहान हालत में पड़ी हुई है. आनन-फानन में वह पिता को सूचना देता है और फिर वे लोग बच्ची को अस्पताल ले जाते हैं. लेकिन वहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया. रात के अंधेरे में जलवाया शव बताया जा रहा है कि इस बीच आरोपी मकान मालिक के घर के लोगों ने दबाव बनाते हुए बहादुर से कहा कि अगर शव नहीं जलाओगे तो तुम्हारा व तुम्हारे परिवार का भी यही अंजाम होगा. जिसके बाद रात करीब 12 बजे मृत बच्ची का शव एक सुनसान जगह पर केरोसिन व नमक डालकर जलवा दिया गया. साथ ही पीड़ित परिवार को मुकदमा नहीं दर्ज करने की धमकी भी दी गई.