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ताई के टुकड़े कर हरिद्वार में किया गंगा स्नान, मर्डर के बाद खूब रोया…अब चेहरे पर नहीं शिकन

राजस्थान की राजधानी जयपुर में दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस जैसा मामला आने के बाद हर कोई सन्न है. अपनी ताई की हत्या करने के बाद हरे कृष्णा मूवमेंट से जुड़े भतीजे ने शव के 8 टुकड़े कर दिए और दिल्ली के सनसनीखेज श्रद्धा मर्डर केस से बॉडी को ठिकाने लगाने का तरीका सीखकर टुकड़ों को दिल्ली रोड पर अलग-अलग जगह फेंक दिया. आरोपी ने अपनी 65 साल की ताई के शव को बाथरूम में रखकर मार्बल कटर से 8 टुकड़े किए और इसके बाद बैग में भरकर दिल्ली रोड पर ले जाकर टुकड़ों को मिट्टी में दबा दिया. अब आरोपी 32 साल के अनुज शर्मा ने पुलिस की पूछताछ में कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं. पुलिस को आरोपी ने बताया है कि उसने हत्या को अंजाम देने के बाद हरिद्वार में जाकर गंगा स्नान किया और वहां कीर्तन में भी पहुंचा.

इससे पहले पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर बॉडी के टुकड़ों, मार्बल कटर, बाल्टी, चाकू, कार सहित अन्य सामान को बरामद किया है. बता दें कि आरोपी अनुज ने बीटेक कर रखा है और पढ़ाई पूरी होने के बाद उसने एक साल जयपुर में जॉब की थी. वहीं पिछले एक साल से वह फुल टाइम हरे कृष्णा मूवमेंट से जुड़ गया था. मालूम हो कि पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ कर नए खुलासे कर रही है.

हत्या के बाद भी रहा नॉर्मल

पुलिस को पता चला है कि अनुज शव ठिकाने लगाने के बाद 13 दिसंबर को हरिद्वार निकल गया और वहां पतंजलि संस्थान में उसने सबसे पहले पेट दर्द का इलाज करवाया. वहीं इसके बाद उसने गंगा स्नान कर गंगाजल लिया. अनुज ने पुलिस को बताया कि वह गंगाजल लेकर गाजियाबाद में धार्मिक संस्थान से जुड़े एक भक्त दोस्त के घर पहुंचा जिसने उससे गंगाजल मंगवाया था. वहीं इसके बाद वह एक दिन दोस्त के घर रूका जहां संकीर्तन में भी शामिल हुआ.

वहीं आरोपी ने बताया कि 11 दिसंबर की दोपहर संस्थान से जुड़े दो अनुयायी उसके घर आ थे जहां वह करीब 40 मिनट तक रुके और इस दौरान उसकी ताई सरोज का शव बाथरूम में पड़ा था लेकिन अनुज के चेहरे और हावभाव में बिल्कुल भी घबराहट नहीं दिखाई दी. वह दोनों ही दोस्तों से नॉर्मल होकर मिला और उन्हें किसी भी तरह का शक नहीं हुआ.

मर्डर के बाद घर में रोया

वहीं पूछताछ में अनुज ने पुलिस को बताया कि वह ताई की हत्या करने के बाद घर में बैठकर खूब रोया और उसे घटना को अंजाम देने के बाद अपने भविष्य और मूवमेंट से जुड़े लोगों की चिंता होने लगी. वहीं उसे अपने परिवार की बदनामी का डर भी खाने लगा. अनुज ने बताया कि उसने काफी देर तक रोने के बाद खुद को संभाला और शव को ठिकाने लगाने की तैयारी करने लगा.