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चीन में कोरोना विस्फोट, सरकार ने लगाया सख्त लॉकडाउन तो सड़कों पर उतरे लोग

दुनिया में अब कोरोना की रफ्तार काफी हद तक थमी हुई है. लेकिन चीन अभी तक इस वायरस के चंगुल से नहीं निकल पाया है. कुछ दिन पहले कोविड के नए केस में काफी कमी आई थी जिसके बाद प्रशासन ने लॉकडाउन में ढील दी थी मगर अब हालात फिर बिगड़ते हुए नजर आ रहे है. दक्षिणी चीनी शहर ग्वांगझू में लोगों की भीड़ सड़कों पर उतर गई. यहां पर लोग कोरोना पाबंदियों से ऊब चुके हैं और अब हर तरह के प्रतिबंधों से निजात चाहते हैं.

सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में सोमवार देर रात लोगों को हाइझू जिले में एक पुलिस वाहन को पलटते हुए दिखाया गया है. ग्वांगझू के एक निवासी ने कहा कि कल रात वहां काफी तनावपूर्ण माहौल था. सभी लोगों ने घर के दरवाजे बंद कर लिए थे. हमारे घर से एक किलोमीटर दूर ही विरोध हो रहा था. मंगलवार को चीन में 17,772 नए कोरोना मामले आए. जोकि एक दिन पहले सोमवार को 16,072 और अप्रैल के बाद से सबसे अधिक हैं. ग्वांगझू में कोविड-19 के अधिकांश मामले हाइझू इलाके में ही हैं. सोमवार को ग्वांगझू में 5,000 से अधिक मामले सामने आए.

अन्य प्रांतों के सैकड़ों प्रवासी मजदूर हाइझू जिले के कपड़ा उद्योग में काम करते हैं. सख्त लॉकडाउन के कारण उनके सामने रोजी-रोटी का खतरा मंडरा रहा है. वो बार-बार इसे हटाने की मांग कर रहे हैं. अधिकारियों ने अक्टूबर के अंत में दर्जनों रिहायशी इलाकों की पहचान करते हुए पाबंदियां लगा दी हैं. सोमवार को जिले के लगभग दो-तिहाई हिस्से को कवर करने वाले लॉकडाउन के आदेश को बुधवार रात तक के लिए बढ़ा दिया गया.

लोगों का विरोध दरकिनार

चीन की सत्तारूढ़ पार्टी ने विभिन्न स्थानों पर नियमों में ढील दिये जाने के बाद जनधारणा को विनयमित करने के प्रयास के तहत मंगलवार को जीरो कोविड पॉलिसी के कड़ाई से पालन का आह्वान किया. कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपुल्स डेली ने अपने संपादकीय में कहा है कि चीन को ऐसी नीति को बिना किसी लाग-लपेट के लागू करना चाहिए जिसमें 1.4 अरब की जनसंख्या वाले इस देश से कोरोना वायरस का पूरी तरह सफाया करने की कोशिश के तहत बड़े पैमाने पर परीक्षण किया जाए तथा लाखों लोगों को लॉकडाउन में रखा जाए.

चीन में कोरोना विस्फोट

पार्टी का यह आह्वान ऐसे वक्त आया है जब देश में लॉकडाउन में थोड़ी ढील के बाद पिछले 24 घंटे में 17,772 नये मामले सामने आये हैं. बीजिंग के बाहर सबसे बड़ी प्रांतीय राजधानी शिजियाझुआंग में भी मुफ्त जांच केंद्र एक दिन ही बंद रखने के बाद फिर खोल दिये गये. बीजिंग में भी हाल के दिनों में कई जांच केंद्र बंद कर दिये गये थे लेकिन मंगलवार को उनमें से कई खोल दिये गये.