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गगहा के चर्चित हत्याकांड में पुलिस का दावा, पैरवी और रंगदारी बनी हत्या की वजह

गोरखपुर पुलिस (Gorakhpur Police) ने रविवार को गगहा के चर्चित डबल मर्डर केस का सनसनीखेज खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक मनबढ़ों का स्थानीय गैंग ने ही हत्या की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस का दावा है कि कुछ दिन पहले रितेश मौर्या की हत्या भी इन्हीं बदमाशों ने की थी. इनमें शिवशंभू मौर्या द्वारा रंगदारी नहीं देने और रितेश मौर्या द्वारा हत्या के पुराने केस की पैरवी करने पर दोनों की हत्या की बात सामने आई है. जबकि शिवशंभू के कर्मचारी संजय पाण्डेय की हत्या पहचान उजागर होने के डर से की गयी थी. पुलिस ने सरगना वेदप्रकाश सिंह समेत छह शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. हालांकि दो मुख्य आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्तार से बाहर हैं.


पुलिस ने गिरफ्त में आये बदमाशों के पास से पिस्टल, कारतूस के साथ वारदात में इस्तेमाल कार, स्कॉर्पियो और बाइक भी बरामद की है. गगहा थाने की पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है. मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि गगहा थाना क्षेत्र में बीते एक माह में हत्या की तीन वारदात से इलाके में खौफ का माहौल था. ऐसे में खुलासे को लेकर क्राइम ब्रांच समेत गगहा थाने की पुलिस को लगाया गया था. एसएसपी ने बताया है कि पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने स्थानीय अपराधियों के ऐसे गैंग को गिरफ्तार किया है. जिन्होंने रंगदारी और हत्या के पुराने केस में पैरवी करने पर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था.

क्राइम ब्रांच और पुलिस की संयुक्त टीम ने घटना में शामिल 9 आरोपियों में से 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वही एक आरोपी पहले से ही जेल में बंद है. बाकी बचे दो फरार आरोपियों के ऊपर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि साजिश के तहत इन लोगों ने मार्च महीने में रितेश मौर्या की गोली मारकर हत्या को अंजाम दिया था. इस हत्या के बाद शिवशंभू मौर्य ने रितेश मौर्या की हत्या को लेकर लगातार विरोध कर रहा था. और कई बार वह उनकी हत्या के विरोध में हो रहे धरने में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था.

गैंगस्टर और एनएसए के तहत होगी कार्रवाई- एसएसपी
साथ ही दूसरी बड़ी वजह यह थी कि शिव शंभू मौर्या से 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी थी. लेकिन शिवशम्भु मौर्या ने साफ मना कर दिया था. एक मुकदमे को लेकर भी इनका मनमुटाव मृगेन्द्र सिंह और युवराज सिंह से चल रहा था. इन्हीं सब को लेकर इन लोगों ने वेद प्रकाश सिंह के पोल्ट्री फार्म इस हत्या को अंजाम देने की योजना बनाई थी. इसमें मृगेन्द्र उर्फ सनी सिंह युवराज सिंह उर्फ राज सिंह द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के ऊपर गैंगस्टर और एनएसए कार्रवाई की भी कार्रवाई की जायेगी.