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कोविड से अभी घबराने की नहीं, सावधान रहने की जरूरतः CM शिवराज

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि एक बार फिर से कोविड 19 ने दस्तक (Covid 19 knocked) दी है। अभी हमारा प्रदेश सुरक्षित है, लेकिन नए वैरिएंट की एंट्री (Entry of new variant) हमारे देश में हो गई है। अभी घबराने या पैनिक होने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधान रहने की बहुत जरूरत है, इसलिए हमने तय किया है कि अभी तक जिनको बूस्टर डोज नहीं लगा है उनको बूस्टर डोज लग जाए। पर्याप्त मात्रा में हमको डोज मिल जाए इसके लिए हमने पहल प्रारंभ की है।

मुख्यमंत्री चौहान ने यह बातें शुक्रवार देर शाम भाजपा कार्यालय में मीडिया से बातचीत के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी विस्तार से बैठक कर के निर्देश दिए हैं। आज मैंने भी कोविड को लेकर उच्च स्तरीय बैठक की है, जिसमें अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।

उन्होंने कहा कि आगामी 27 दिसंबर को हम मॉक ड्रिल करेंगे जिसमें अस्पताल की व्यवस्थाएं, ऑक्सीजन, दवाइयां और कोविड से निपटने के लिए जितनी आवश्यक तैयारियां है। वह हम मॉक ड्रिल के माध्यम से देख लेंगे। भगवान करे ना करे लेकिन अगर जरूरत पड़ जाए तो हमको किसी कठिनाई का सामना ना करना पड़े, इसलिए तैयारी आवश्यक है।

उन्होंने कहा कि भीड़ भाड़ वाले स्थान पर सावधान रहने की जरूरत है। हमें कोविड 19 एप्रोप्रियेट बिहेवियर प्रारंभ कर देना चाहिए। मैं प्रदेश की जनता से यही अपील करना चाहता हूं कि घबराने की जरूरत नहीं है। सावधान रहें और बूस्टर दूर जरूर लगवाएं।

कोरोना की रोकथाम की पूरी तैयारी रखी जाए
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना बढ़ने की अभी पहले जैसी कोई बात नहीं है, फिर भी अस्पतालों में तैयारी पूरी रखी जाए। जिन लोगों ने बूस्टर डोज नहीं लगवाया है, उन्हें बूस्टर डोज लगाना शुरू करें। मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार शाम को अपने निवास पर कोविड-19 से बचाव के लिए तैयारी बैठक ले रहे थे। इस मौके पर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से सावधान रहें। कोरोना के उपचार के लिए अस्पतालों में आवश्यक दवाइयों की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाएँ। मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट की मॉकड्रिल करा ली जाए। प्लांट चालू हालत में रहें यह सुनिश्चित किया जाए। जिन व्यक्तियों ने वैक्सीन का तीसरा डोज (बूस्टर) नहीं लगवाया है, उन्हें डोज लगाया जाए।