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केदारनाथ रूट में फिर दर्दनाक हादसा, बर्फ में दबकर ट्रैकर की मौत-दूसरा गंभीर; 24 दिन बाद मिला शव

केदारनाथ ट्रैकिंग रूट पर एक बार फिर दर्दनाक हादसा हुआ है। ट्रैकिंग पर गए एक पर्यटक की मौत हो गई, जबकि दूसरे ट्रैकर की हालत चिंताजनक बनी हुई है। 09 अक्टूबर को जनपद रुद्रप्रयाग में केदारनाथ-रांसी ट्रैक पर गए बंगाल के 10 सदस्यीय दल में से 02 सदस्यों का स्वास्थ्य अत्यधिक खराब होने पर वे लोग ट्रेक पर ही रुक गए थे।

जबकि अन्य 08 लोग पोर्टरों सहित वापिस लौट आये थे। उक्त सूचना पर दोनों ट्रैकर्स को सुरक्षित लाने हेतु एसडीआरएफ (SDRF) उत्तराखंड पुलिस टीम अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा को दरकिनार कर भारी बर्फबारी में ही अत्यधिक दुर्गम परिस्थितियों में लगभग कई किलोमीटर लंबे ट्रैक को पैदल तय कर ट्रैकर्स तक पहुंची।

अत्यधिक विषम परिस्थितियों में उच्चतुंगता क्षेत्र में गहन सर्चिंग करते हुए केदारनाथ से 12 किमी दूर महापंथ कॉल के पास बर्फीली चट्टानों के बीच दोनों पर्यटकों को ढूंढ निकाला। दोनों ट्रैकर्स में से एक का स्वास्थ्य अत्यधिक खराब था व दूसरे की मृत्यु हो गयी थी। मृतक की पहचान आलोक विश्वास पुत्र बाबुल विश्वास, 34 वर्ष, सगुन नदिया, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई है।

मौसम की संवेदनशीलता के दृष्टिगत SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा तत्काल बीमार व्यक्ति को पैदल मार्ग द्वारा वापिस पहुँचाया गया जबकि प्रतिकूल मौसम, लम्बा ट्रैक व भारी बर्फबारी के कारण दूसरे व्यक्ति के शव को लाना संभव नही हो पाया।  उक्त घटना के दृष्टिगत 29 अक्टूबर को मणिकांत मिश्रा, कमांडेंट SDRF के निर्देशानुसार पोस्ट सहस्त्रधारा से हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू एक्सपर्ट टीम को हेलीकाप्टर के माध्यम से ट्रैकर के शव को निकालने के लिए रवाना किया गया।

SDRF रेस्क्यू टीम द्वारा हेली के माध्यम से उक्त शव को निकालने का प्रयास किया जा रहा था परन्तु भारी बर्फबारी व प्रतिकूल मौसम के कारण अत्यधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। आज बुधवार को मौसम के अनुकूल होते ही SDRF टीम द्वारा तत्काल हेली द्वारा केदारनाथ से लगभग 12 किमी दूर महापंथ कॉल(4617 मीटर) उच्च तुंगता क्षेत्र पर पहुँचकर कड़ी मशक्कत करते हुए उक्त शव को निकालकर हेली के माध्यम से गुप्तकाशी पहुँचाया गया।