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आयुषी यादव हत्याकांड में पहली गोली सिर में फंसी, दूसरी हुई सीने से पार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हुआ खुलासा

इकलौती बेटी आयुषी यादव को पिता नितेश यादव ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से दो गोलियां मारीं। हत्या में उसकी पत्नी ब्रजबाला भी शामिल रही। पुलिस ने दंपती को गिरफ्तार करके जेल भेजा दिया है। पुलिस ने कार, लाइसेंसी रिवाल्वर और युवती का मोबाइल बरामद कर लिया है। वहीं आयुषी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी पुलिस के पास पहुंच गई है। हत्या की वजह मां और पिता को बिना बताए शादी करना है। युवती ने साथ पढ़ रहे छात्र छत्रपाल गुर्जर निवासी भरतपुर राजस्थान से आर्य समाज मंदिर में करीब एक साल पहले शादी कर ली थी। बार-बार छुपकर उससे मिलती थी। टोकने पर भी बात न मानने पर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया। आयुषी दिल्ली के देहली ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में बीसीए की छात्रा थी।

आयुषी के सिर और छाती में गोली मारी गई थी। छाती में लगी गोली फेंफड़ों को चीरते हुए पार हो गई, जबकि सिर में लगी गोली फंसी रह गई। यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। वीडियोग्राफी के मध्य तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया।

जिस युवक छत्रपाल से एक साल पहले आयुषी की शादी हुई, उस युवक को राया पुलिस पूछताछ के लिए बुलाएगी। हालांकि पुलिस शुरूआत में बुलाने वाली थी, पर हत्याकांड के खुलासे में व्यस्त रही पुलिस उसे बुलवा नहीं सकी। जल्द ही युवक को बुलवाकर आयुषी की कुछ जानकारियां हासिल करेगी।

जिस लाइसेंसी रिवाल्वर से अपनी बेटी आयुषी को दो गोली मारकर हत्या की गई। उसका आर्म्स लाइसेंस देवरिया से बना हुआ है। 2003 में नितेश यादव के नाम से जारी हुआ है। उस समय नितेश करीब 25 साल के थे। अब उसकी उम्र करीब 44 साल है। देवरिया के गांव सोनाड़ी, थाना भलुअनी के मूलत: रहने वाले नितेश के इस कृत्य की हर तरफ निंदा हो रही है।

इस मामले का खुलासा करने में एसएचओ राया ओमहरि वाजपेयी, स्वॉट टीम प्रभारी अजय कौशल, सर्विलांस प्रभारी विकास कुमार, एसआई हरेंद्र कुमार, बिचपुरी चौकी प्रभारी विनय कुमार, मांट टोल चौकी प्रभारी रजत दुबे, संजीव कुमार, राहुल कुमार, राघवेंद्र, गोपाल, आशीष तिवारी, सोनू भाटी, अभिजीत कुमार, रमन चौधरी, राहुल बालियान, सुदेश कुमार शामिल रहे।

कार फोर्ड फिएस्टा, लाइसेंसी रिवाल्वर 32 बोर, दो कारतूस, आयुशी का एंड्रायड मोबाइल।