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अमेरिका में अबतक 35 लाख से ज्यादा संक्रमित 1 लाख 40 हजार लोगों की मौत

अमेरिका में कोरोना वायरस ने हाहाकार मचा दिया है. दुनिया में सबसे तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या अमेरिका में ही बढ़ रही है. मंगलवार को अमेरिका में 65 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए और 928 लोगों ने अपनी जान गंवा दी. अमेरिका में पिछले दो महीनों की तुलना में अब दोगुना कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ रही है, हालांकि मौत की संख्या लगभग आधी हो गई है. इन दिनों दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें हर दिन ब्राजील में हो रही हैं.

अमेरिका में अबतक 139,136 लोगों की मौत
वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या बुधवार सुबह तक बढ़कर 35 लाख 44 हजार पार हो गई. कुल 1 लाख 39 हजार 136 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि 15 लाख 95 हजार लोग ठीक भी हुए हैं, जो कुल संक्रमितों का 44 फीसदी है. 18 लाख 10 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है, जो कुल संक्रमितों का 52 फीसदी है. अमेरिका में कुल 4 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है.

अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 429,278 केस सामने आए हैं. सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 32,462 लोग मारे गए हैं. इसके बाद कैलिफॉर्निया में 345,598 कोरोना मरीजों में से 7,235 लोगों की मौत हुई. इसके अलावा न्यू जर्सी, टेक्सस, मैसाचुसेट्स, इलिनॉयस, फ्लोरिडा भी सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.

डॉक्टर फॉशी के खिलाफ ट्रंप प्रशासन का अभियान और तेज
अमेरिका के दक्षिणी राज्यों में कोरोना मामलों में रिकॉर्ड स्तर पर वृद्धि हुई है. इस बीच, व्हाइट हाउस वायरस से खतरे के स्तर और मास्क के उपयोग पर फॉशी की बहुत पहले की गई टिप्पणियों का उपयोग करते हुए बता भी रहा है और सवाल भी उठा रहा है कि ‘फॉशी कितनी बार गलत रहे हैं.’

फॉशी बनाम राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की लड़ाई कोरोना वायरस के फिर से तीव्रता से फैलने के बीच सामने आई है, जिसने स्कूलों को फिर से खोलने के बारे में तीखी बहस को जन्म दिया है. फॉशी का दृष्टिकोण शुरू से यही रहा है कि फिर से खोलने के दिशानिर्देशों से आगे मत कूदो. जबकि, ट्रंप गतिविधियां फिर से शुरू करने के पक्ष में जोर दे रहे हैं. इसने पूरे देश में चिता फैलाई है और अमेरिकी मीडिया इसकी कवरेज से भरी पड़ी है.

कहा जा रहा है कि ट्रंप कथित रूप से फॉशी की बढ़ती लोकप्रियता से नाराज हैं, क्योंकि राष्ट्रपति पद के दोबारा चुनाव में कई महत्वपूर्ण राज्यों में उनकी रेटिंग अच्छी नहीं है. फॉशी ने फाइनेंशियल टाइम्स से कहा कि उन्होंने लगभग दो महीने में ट्रंप को ब्रीफ नहीं किया है.